अपना तो हो गया
प्यार का दिन
(कृपया काव्य रस की कमी को नज़र अंदाज़ करें,प्रेम रस भरपूर है जी)
आज सुबह सवेरे उठ कर
आँगन में उगी गुलाब की क्यारी में ब्रश किया,
फिर पडोसिओं के साथ लगती
कंटीली झाडी को जस का तस किया
पड़ोसन के बच्चे को पुचकारा
पर आज उसके कुत्ते को कुछ न कहा
उसने भी दुम हिलाई ,रोज़ की तरह भौंका नहीं
शायद उसे आज के दिन का था पता
सामने घर की बगिया से , चुपके से कुछ फूल ले आया
और उनके गुलदान में सजा दिए
उनका मूड कुछ उखडा हुआ था
फिर भी वो मुस्करा दिए
उनके माथे पर शिकन थी और नज़रें सवाली थीं
इक बारगी मैं कांप गया
लेकिन बरसों का साथ था और तजुर्बेकार था
सो फ़ौरन मैं भांप गया
प्यार के दिन के उपलक्ष्य में
काम वाली बाई ने जो छुट्टी की
दफ्तर से इक खूबसूरत बहाना बनाकर
मैंने भी कर ली
उनके साथ मिलकर कुछ बर्तन चमकाए
और कुछ कपडे भी धो दिए
बहुत रूमानी है साहिब
ज़रा आप भी दोनों साथ धो कर देखिये
बाद दुपहिर बच्चों को स्कूल से ले आया
मगर उनकी खूबसूरत शोख उस्तानिओं को
इक नज़र भी नहीं देखा
प्यार का दिन हुआ तो क्या हुआ
बहकने का भी मन था
पर मैं बिलकुल नहीं बहका
शाम को उनके साथ बाज़ार हो आया
उन्होंने साड़ी ली मैंने तरकारी ली
पिछले साल की सारी चुका आया मैं
और अपने सर नए साल की उधारी ली
उनकी इजाजत से ब्लॉग खोला
न टिप्पणी करने वालों को भी टिप्पणी दी
यूं ब्लॉग की दुनिया में आज
मैंने रस्मे उल्फत अदा की
छुट्टी के दिन का दस्तूर था
सो आज रात का खाना मैंने ही बनाया
शायद प्यार के दिन का था असर
उन्होंने बड़े चाव से खाया
रात को सोने जा रहे बच्चों को
शराफत की लोरी सुना दी
प्यार व्यार कुछ होता नहीं
ये बात अच्छी तरह से समझा दी
गयी रात वो जब कुछ माने तो
उनका हाथ पकड़ कर सो गया
आप अपनी कहिये साहिब
अपना तो वैलेनटाइन डे हो गया
*************
आनंद आ गया सगेबोब जी, क्या कहने -ऐसा वैलेनटाइन-डे तो आज हम भी मनाएगे--हम भी साडी की फरमाइश में जमीन -आसमान एक कर देगे --पिक्चर देखकर खाना उन्ही से बनवाएगे --देखते हे क्या परिणाम होता हे--- :)
जवाब देंहटाएंलाजबाब प्रस्तुति !
वेलेंटाइन डे पे रचना तो बहहुत खूबसूरत लिखी है भाई जी लेकिन सच कहूं तो फॉण्ट की वजह से थोड़ी दिक्कत आयी पढने में, आशा करता हूँ ज़रा ध्यान रखेंगे!
जवाब देंहटाएंbhaut acchi rachna
जवाब देंहटाएंअच्छा वेलेंटाइन डे मनाया आप ने बधाई..
जवाब देंहटाएंथोडा फॉण्ट छोटा कर दें तो स्पष्टता होगी पड़ने में..
हा......हा.....हा......अच्छी रचना है। आपकी हल्की फुल्की रचना ने दिल में गुदगुदी कर दी।
जवाब देंहटाएंअरे वाह !
जवाब देंहटाएंभाई कुछ भी तो नहीं छोड़ा , सच कहूं तो असल वैलेंताईन तो आपने ही मनाया
बहुतों को सीख भी दे दी आपने ...शुभकामनायें !
जवाब देंहटाएंआपका नाम कुछ समझ नहीं आता जी इसलिए नाम लिखने से बचता हूँ,
जवाब देंहटाएंहास्यरस लिए ये रचना बहुत अच्छी लगी.....पढ़ते समय एक मुस्कान बनी रही....ये आपकी इस पोस्ट की सफलता है.....शुभकामनायें|
वाह ...वाह ..करता रहा और लोगों ने पूछा क्या हुआ भाई ...पागल हो क्या ..मैंने कहा नहीं भाई ..कविता पढ़ रहा था ......सबने पढ़ी और मजा आ गया .....असली वेलेंटाइन का आनंद हमने भी उठाया ...आपका शुक्रिया
जवाब देंहटाएंवाह क्या बात है बहुत ही बेहतरीन रचना !
जवाब देंहटाएंवाकई आनंद आ गया !
आभार !!
लाज़वाब वेलेंटाइन डे..बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति..
जवाब देंहटाएंमुझे तो आप की सुन कर मज़ा आ गया !
जवाब देंहटाएंआपका दिन बड़ा प्यारा बीता
जवाब देंहटाएंलेकिन यकीन मानिए
इस कविता को पढ़ने के बाद
अपना मूड भी ठीक हो गया।
..शब्द बड़े हो गये हैं..साइज ठीक कर लीजिए।
सो स्वीट!! हम तो बरसों से पहली जनवरी सए 31 दिसम्बर तक 14 फरवरी मनाते आ रहे हैं!!
जवाब देंहटाएंप्रियवर sagebob
जवाब देंहटाएंसादर सस्नेहाभिवादन !
भई वाह ! क्या कविता है ! मैं कहीं ढंग की कविता सुनता हूं तो गिन कर तीन ताली बजाता हूं … ईमानदारी से कहता हूं कविता की शुरूआती चार पंक्तियों के बाद हर पंक्ति के साथ मन ही मन क्लेपिंग करता रहा …
छंद का पक्षधर रचनाकार होने के बावजूद पूरे हृदय से सलाम कर रहा हूं आपकी इस रचना को !
वाह वाह ! वाऽऽह … !
प्रेम बिना निस्सार है यह सारा संसार !
प्रणय दिवस मंगलमय हो ! :)
बसंत ॠतु की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं !
- राजेन्द्र स्वर्णकार
उनके साथ मिलकर कुछ बर्तन चमकाए
जवाब देंहटाएंऔर कुछ कपडे भी धो दिए
बहुत रूमानी है साहिब
ज़रा आप भी दोनों साथ धो कर देखिये
.......
शाम को उनके साथ बाज़ार हो आया
उन्होंने साड़ी ली मैंने तरकारी ली
real valentine...
shaanadaar posT. badhaaI|.
जवाब देंहटाएंवाह ... लाजवाब करती पंक्तियां ....बहुत ही सुन्दर शब्द रचना ।
जवाब देंहटाएंबहुत मजा आया पूरी पोस्ट मज़ेदार है. लाजवाब....बहुत ही सुन्दर शब्द रचना...
जवाब देंहटाएंदिल से यह बात कहनी पड़ेगी कि आपकी कविता पूरी तरह प्रेम रस में डूबी है !
जवाब देंहटाएंप्रेम की इतनी अच्छी अभिव्यक्ति पढकर दिल बाग़ बाग़ हो गया !
bahut sundar... badhai.,,
जवाब देंहटाएं.
जवाब देंहटाएंसच कहूँ तो एक सच्चे भारतीय की तरह ही मनाया आपने इस दिवस कों ,। सब्जी भाजी से लेकर खाना पकाने और ऊपर से बच्चे कों लोरी भी सुनाने तक सभी दायित्वों कों बखूबी निभाया आपने ।
यदि हमारे श्रीमान इतने दायित्वों में से मात्र एक भी निभा लेते । कुछ नहीं तो बच्चों कों ही पढ़ा देते तो मेरा भी valentine day मन जाता और मैं भी हरी-मंदिर में एक गुलाब चढ़ा आती ।
.
गयी रात वो जब कुछ माने तो
जवाब देंहटाएंउनका हाथ पकड़ कर सो गया
आप अपनी कहिये साहिब
अपना तो वैलेनटाइन डे हो गया
क्या बात है .....
आज तो छा गए गुरु .....
आपके लिए एक सन्देश था ब्लॉग पे .....
kash aapki tarah hi sabhi valentine day manaayen....apke sabhi bhai-bandhuon ko aapse seekh leni chaahiye.....ishwar kare aap roz valentine day manaayen...!!!
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर शब्द रचना ।
जवाब देंहटाएंप्रेमदिवस की शुभकामनाये !
जवाब देंहटाएंकई दिनों से बाहर होने की वजह से ब्लॉग पर नहीं आ सका
बहुत देर से पहुँच पाया ....माफी चाहता हूँ..
Aapke blog per aane ka suavsar Keval Ram ji ke
जवाब देंहटाएंblog per aapki tippanion ko dekh jiggyasa vash hua. Bahut sunder prastuti hai aapki.Hum to ye prarthana karte hai ki aapka taal-mel jivan bhar
ati sukhad aur prempoorn rahe aur har din hi valentine day ho jaye.
Mere blog "Mansa vacha karmna" per aapka swagat hai.
वाह , वाह , वाह ! शराफत से , ईमानदारी से सारी बातें बता दीं आपने ।
जवाब देंहटाएंअब हीर जी ने सिफारिश की थी तो हम भी चले आए । आना सफल हो गया भाई ।
:-)
जवाब देंहटाएंbahut hi pyaara
बहुत खूबसूरत और प्रवाहमयी रचना. एकदम अलग andaaj . shubhkamna
जवाब देंहटाएंपूरी पोस्ट लाजवाब है. ....बहुत ही सुन्दर शब्द रचना.
जवाब देंहटाएंप्रेमदिवस की शुभकामनाये !
:-) pyari si rachna! simple and close to heart
जवाब देंहटाएंबहुत खूब...!
जवाब देंहटाएंमेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है
वाह!!!!! क्या दिन बिताया सारा मज़ा तो इस बार ही उठा लिया. अब अगले साल क्या करेंगे.
जवाब देंहटाएंबड़े सूफ़ी टाईप प्रेमी हैं आप:)
जवाब देंहटाएंमजा आया पढ़कर, और ये जानकर और भी मजा आया कि इंडस्ट्री बैंकिंग है।
विवरण दिलचस्प है......
जवाब देंहटाएंप्रेम निभाने का बहुत सही तरीका....किसी भी बहाने से प्रसन्नता बांटना और प्रसन्न रहना जरूरी है...
जवाब देंहटाएंऐसा हो तो हर दिन प्रेम-दिवस ही होगा....
हमसे जुड़ने के लिए धन्यवाद...
उम्मीद है की कुछ ऐसा लिख सकूं जिससे आपका स्नेह निरंतर पा सकूं.
प्रणाम.
:)
जवाब देंहटाएंआपका valentine day गज़ब का रहा और उससे भी गज़ब की रही उसकी अभिव्यक्ति.
जवाब देंहटाएंरात को सोने जा रहे बच्चों को
जवाब देंहटाएंशराफत की लोरी सुना दी
प्यार व्यार कुछ होता नहीं
ये बात अच्छी तरह से समझा दी
क्या बात है भाई...बहुत खूब वैलेन्टाइन डे मनाया.
बहुत रूमानी है साहिब
जवाब देंहटाएंज़रा आप भी दोनों साथ धो कर देखिये--शानदार..
---भई हम भी स्वर्ण्कार जी की भांति---तीन तालियां.....तकनीक की बात तो हो ही नहीं रही....
upar likhi jagjit singh ki gaayi panktiyon ko dekh man khush ho gaya ,aap bahut achchha likhte ,jo safar pyaar se kat jaaye wo pyaara hai safar ....har din phir prem divas hai ,main bahut aam si hoon aap khas na banaye ,aap likhte rahe main avshya padhne aaungi agar koi baadha na rahi ,abhi net lambe waqt se bigda raha is karan nahi aai ,maafi chahti hoon .agle post ke intjaar me ..
जवाब देंहटाएंवैलेंटाइन की हार्दिक बधाई।
जवाब देंहटाएं---------
ब्लॉगवाणी: ब्लॉग समीक्षा का एक विनम्र प्रयास।
बड़े ही नायाब तरीके से मनाया वैलेंटाइन....
जवाब देंहटाएंपर हफ्ते में एक दिन ऐसा बिताना चाहिए :)
बढ़िया कविता
प्रेम रस तो भरपूर है जी :)
जवाब देंहटाएंविवरण दिलचस्प है|धन्यवाद|
जवाब देंहटाएंBahut badiya prastuti... Haardik shubhkamnayne
जवाब देंहटाएंअद्भुत दिवस की अद्भुत दिनचर्या का वर्णन किया है आपने।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर।
वाह ... प्रेम को नए अर्थ दे दिए हैं ...
जवाब देंहटाएंयही सवाल है यही असली जिन्दगी है, या और कुछ ?
जवाब देंहटाएंअरे वाह !!
जवाब देंहटाएंफिर तो अपुन का रोज ही वेलेंटाइन डे होता है...हम बेकार में दुबले हुए जा रहे थे...:):)
यही असली वेलेंटाइन डे है जी...
बहुत खूबसूरत रचना लगी आपकी...
आभार..!!
valentine day मनाने का इस से खूब सूरत तरीका क्या हो
जवाब देंहटाएंसकता है !