सिफ़र
मनफ़ी और जमा को
अपनी ज़िन्दगी से
कैसे हटाऊँ,
तुम ही बताओ
कोई फ़ॉर्मूला
कि मैं फिर से,
सिफ़र हो जाऊं.
लम्हे
मैं वक़्त की शाख से
गिरते हुए
लम्हे समेटता हूँ,
जो बच जाते हैं साबुत,
उन्हें करीने से
सजा देता हूँ
जो गिर कर
टूट जाते हैं
उनकी किरचों को उठा कर
सीने से लगा लेता हूँ
आज फिर
आज फिर सूरज
बिना बताये ही डूब गया
आज फिर अँधेरे
बिना बुलाये ही आ गये
आज फिर पुराना ज़ख्म
छील गयी बहती हवा
आज फिर दर्द ने
दस्तक दी है
आज फिर बिना चाहे ही
पैमाना भर लिया
आज फिर मौत का
सामान तैयार है.
वाह! सुन्दर प्रस्तुति.
जवाब देंहटाएंस्वयंनामा कर यह रंग भी गहन और निराला है.
आभार,विशाल भाई.
संवेदनशील प्रस्तुति ...
जवाब देंहटाएंसभी लाजबाब और गहरे अर्थ संप्रेषित करती हैं ....जिंदगी में सिफर हो जाना ...खुद को पा जाना है लेकिन ऐसा कोई कोई ही कर पाता है ...सुंदर भाव
जवाब देंहटाएंतीनों ही लाजवाब है
जवाब देंहटाएंगहरी अभिवयक्ति है दर्द की
शुभकामनाये
बहुत खूब!
जवाब देंहटाएंतीनो ही लाजवाब्।
जवाब देंहटाएंआज फिर आपने दिल की कलम का क़ायल बना दिया विशाल जी.और क्या कहा जाय...
जवाब देंहटाएंवाह जनाब, बहुत सुन्दर क्षणिकाएं है ... तीनो ही लाजवाब हैं !
जवाब देंहटाएंतीनों ही रचनाएँ लाजवाब है, लेकिन लम्हे के भाव मन को छू गए...
जवाब देंहटाएंबहुत ही ख़ूबसूरत...ख़ास तौर से सिफ़र ने दिल छू लिया...
जवाब देंहटाएंबहुत खूब विशाल जी ... तीनों का अलग ही अंजाद है ...
जवाब देंहटाएं♥
जवाब देंहटाएंविशाल जी
अच्छी क्षणिकाएं लिखी हैं …
वाकई तीनों एक से बढ़कर एक हैं … बधाई !
आपको सपरिवार
नवरात्रि पर्व की बधाई और शुभकामनाएं-मंगलकामनाएं !
-राजेन्द्र स्वर्णकार
बस विशाल जी!
जवाब देंहटाएंयही रंग देखने को तरस रहे थे हम... आज बस दिल खुश हो गया, लगा कोई बिछडा मिल गया हो!!
तीनो ही बहुत सुन्दर क्षणिकाएं है|
जवाब देंहटाएंनवरात्रि पर्व की बधाई और शुभकामनाएं|
सुन्दर अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंलाजवाब क्षणिकाएं
जवाब देंहटाएंविशाल जी
जवाब देंहटाएंतीनों क्षणिकाएं एक से बढ़कर एक… बधाई !
सुभानाल्ह...........तीनो ही शानदार हैं.........बहुत पसंद आईं |
जवाब देंहटाएंअच्छी क्षणिकाएं सीधे दिल से निकली हुई. सुंदर प्रस्तुति.
जवाब देंहटाएंBhut sunder..
जवाब देंहटाएंtino kshanikayen bahut hi sunder hain lajavab
जवाब देंहटाएंbadhai
rachana
आज फिर पुराना ज़ख्म
जवाब देंहटाएंछील गयी बहती हवा
सुन्दर अभिव्यक्ति.